हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर हुए हादसे के बाद आसपास के दुकानदार भी सिहर उठे। उनका कहना है देखते ही देखते कुछ ही सेकंड में भगदड़ मच गई। घायलों और मृतकों को उठाकर नीचे लाने के बाद एंबुलेंस से ले जाया जा रहा था। बस चीख-पुकार की आवाजें सुनाई दे रही थीं। हादसे के बाद का ये मंजर आंखों में ही तैर रहा है।
स्थानीय दुकानदार विनोद पहलवान का कहना है कि सुबह करीब साढ़े आठ बजे की ये घटना है। जैसे ही भगदड़ हुई रोपवे के कर्मचारियों ने 108 एंबुलेंस को फोन कर जानकारी दी। कुछ ही देर में पुलिस और एंबुलेंस पहुंचनी शुरू हो गई।
डीएम ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार पहुंचकर घायलों का हाल जाना। मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता की घोषणा की।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के मुताबिक, रविवार सुबह नौ बजे सूचना मिली कि मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर भगदड़ मचने से कुछ लोग घायल हो गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां आठ श्रद्धालुओं को मृत घोषित कर दिया गया।
गंभीर घायलों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया। एसएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया सामने आया कि बिजली के तार में करंट आने की अफवाह फैली थी, जिसके बाद भगदड़ मच गई। अभी इसके पीछे के कारणों की जांच की जा रही है।