गोमुख दर्शन के लिए ट्रैकर और पर्यटक भागीरथी नदी के बीच से जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। वहां पर तैनात स्वास्थ्य मित्र रस्सियों के सहारे उन्हें आवाजाही करवा रहे हैं। वन विभाग की ओर से पुलिया नहीं बनाई गई है।
गोमुख ट्रैक खुलने के बाद पर्यटकों और ट्रेकर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहां पर गोमुख दर्शन के लिए यात्री भागीरथी नदी के बीच से रस्सियों के सहारे आवाजाही कर रहे हैं। वहां पर तैनात स्वास्थ्य मित्र इस दौरान यात्रियों की मदद कर रहे हैं। उनके अनुसार मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण यात्री जान जोखिम में डालकर नदी के बीच से आवाजाही करने को मजबूर हैं।