हेली टिकट बुकिंग में ठगी के लिए साइबर ठगों ने इस तरह का जाल बुना है कि उन्हें विंडो बंद होने का भी तत्काल पता चल गया। बंगलूरू के रहने वाले अजय कुमार को उस वक्त फोन आया जब वह ओटीपी का इंतजार कर रहे थे।
ऐसे में इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि व्यवस्था में कोई छेद है, जिससे ठगों तक उन लोगों के नंबर पहुंच रहे हैं जो लोग टिकट बुकिंग की लाइन में लगे हैं। हालांकि, साइबर पुलिस के पास फिलहाल ऐसी कोई शिकायत नहीं है।
मगर, अमर उजाला की ओर से मंगलवार को अजय कुमार को कॉल करने वाले नंबर से ही बात की गई थी। आमतौर पर साइबर ठग मई और जून में अधिक सक्रिय रहते हैं। उस वक्त तक यात्रा चालू हो जाती है। लोग इधर-उधर से टिकट बुकिंग का प्रयास करते हैं।